Short Story of Fox and Grapes – एक बार की बात है, एक धूर्त लोमड़ी थी जो एक जंगल से गुजर रही थी। उसे बहुत प्यास लग रही थी और वह पीने के लिए कुछ ढूंढ रही था। अचानक, उसने अंगूर की लताओं से लटके एक लंबे पेड़ को देखा। लोमड़ी कूद कूद कर अंगूर तक पहुंचने की कोशिश करने लगी, लेकिन वे बहुत ऊंचे थे।
लोमड़ी बहुत निराश हो गयी थी, फिर भी उसने कुछ और कोशिश करने का फैसला किया। उसने एक पल के लिए सोचा, और फिर वह मुस्कुराया। वह अपने पिछले पैरों पर खड़ा हो गया और जितना संभव हो उतना ऊंचा कूदना शुरू कर दिया। लेकिन फिर भी, अंगूर उसकी पहुंच से बहुत अधिक ऊप्पर थे।
निराशा में, लोमड़ी चिल्लाई, “यह अंगूर मेरी पहुंच से बहुत अधिक ऊंचे है । मैं उन्हें प्राप्त नहीं कर सकता, भले ही मैं सौ बार कोशिश करूं!
तभी, एक बूढ़ा उल्लू पेड़ से नीचे उतरा और लोमड़ी से कहा, “तुम उन्हें अकेला क्यों नहीं छोड़ देते? वे खट्टे दिखते हैं। आप उन्हें वैसे भी पसंद नहीं करेंगे।”
लोमड़ी ने एक पल के लिए सोचा और फिर उसने जवाब दिया, “तुम सही हो। बेहतर होगा कि मैं कुछ और पी लूं। और यह कहकर लोमड़ी वहां से चली गई। उसे कभी भी उन अंगूरों का स्वाद लेने के लिए नहीं मिला।
कहानी की शिक्षा
लेकिन उसने एक मूल्यवान सबक सीखा – कभी – कभी कुछ कामो को छोड़ना बेहतर होता है जो बहुत मुश्किल होते हैं!
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मुझे आशा है कि आपको Fox and the Grapes Short Story से कुछ सीखने को मिला होगा। इस कहानी को लेकर अगर आपके कोई विचार है तो comment section में जरूर बताएं। सभी प्रकारों की short stories in hindi में पढ़ने के लिए इस पेज को subscribe और share करना ना भूले।